हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन मेंहदी ग़रवी ने सल्फ़चेगान में जुमआ के खुतबे के दौरान दुश्मन की सॉफ्ट वॉर योजनाओं की ओर इशारा करते हुए कहा, अगर आप दुश्मन की सॉफ्ट वॉर जैसी धमकियों को समझना चाहते हैं, तो नहजुल बलाग़ा का अध्ययन करें संक्षेप में कहें तो जहाँ भी इस किताब में "मुआविया" का नाम आए, वहाँ अमेरिका रख दें।
उन्होंने कहा,मुआविया अहंकार का प्रतिनिधि था और वह तीन मासूम इमामों (अ.स.) के ज़माने में अमेरिका जैसी भूमिका निभा रहा था। उसने न सिर्फ सख्त युद्ध किया, बल्कि हक़ के मोर्चे के खिलाफ नरम युद्ध के जटिल हथकंडे भी इस्तेमाल किए।
सल्फ़चेगान के इमाम-ए-जुमा ने आगे कहा, दुश्मन के मीडिया लगातार कोशिश कर रहे हैं कि हमें उन विचारों से दूर कर दें जिन्हें इमाम ख़ुमैनी (रह.) और रहबर-ए-मोअज़्ज़म ने स्पष्ट किया है।
उन्होंने अर्बईन वॉक की महानता बताते हुए कहा, हर साल अर्बईन के मौक़े पर दुनिया के कोने-कोने से लाखों ज़ायरीन कर्बला की ओर चल पड़ते हैं।
यह वह महान आंदोलन है जो न किसी सरकारी आदेश से शुरू हुआ और न ही किसी बड़े मीडिया पर निर्भर है, बल्कि शुद्ध ईमान और इश्क़ की कोख से जन्म लेकर दुनिया का सबसे बड़ा जनआंदोलन बन चुका है।
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